नई दिल्ली: झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 के पहले चरण में उतरने वाले प्रत्याशियों में 14 फीसदी यानी 26 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर अपराधों के मुकदमे दर्ज हैं. इनमें हत्या, हत्या का प्रयास, धमकी देना और उगाही जैसे गंभीर अपराधों से जुड़े मामले शामिल हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कुल 44 प्रत्याशियों ने अपने हलफनामे में बताया है कि उन पर आपराधिक मामले चल रहे हैं. बता दें कि विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदाता 189 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे.
झारखंड की 81 सीटों में से 13 पर पहले चरण में मतदान
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के 6 में 3, बीजेपी के 12 में 4, जदयू के 12 में 4 और जेएमएम के चार में एक प्रत्याशी के खिलाफ गंभीर अपराध का मामला दर्ज है. झारखंड विधानसभा चुनाव में पांच चरण में मतदान होगा. पहले चरण का मतदान 30 नवंबर को होगा. इसमें राज्य की 81 विधानसभा सीटों में से 13 पर लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. पहले चरण में चतरा, गढ़वा, भवनाथपुर, गुमला, बिसुनपुर, मनिका, लातेहार, लोहरदगा, पांकी, डाल्टनगंज, बिश्रामपुर, छतरपुर और हुसैनाबाद में मतदान होगा.सबसे ज्यादा अमीर हैं कांग्रेस उम्मीदवार कृष्णानंद त्रिपाठी
झारखंड चुनाव के पहले चरण की 13 सीटों में से सात विधानसभा क्षेत्र में आपराधिक मामलों वाले कुल 44 प्रत्याशी मैदान में हैं. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, देश के सबसे गरीब राज्यों में शुमार झारखंड के विधानसभा चुनाव के पहले चरण में किस्मत आजमा रहे कुल प्रत्याशिेयों में से 31 फीसदी यानी 59 करोड़पति हैं. इनमें सबसे ज्यादा 53 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति कांग्रेस के कृष्णानंद त्रिपाठी के पास है. इनके बाद कांग्रेस के ही रामेश्वर उराव ने अपने हलफनामे में 28 करोड़ की कुल संपत्ति की घोषणा की है. त्रिपाठी डाल्टनगंज से किस्मत आजमा रहे हैं. वहीं, उराव लोहरदगा से मैदान में हैं.