DESK: केंद्र ने कोरोना मामलों के प्रबंधन के लिए राज्यों को गाइडलाइंस जारी की हैं.
केन्द्र में अपने गाइडलाइंस में कहा है कि पहले उन लोगों के लिए जिनमें कोरोना के मामूली लक्षण होंगे. ये सरकारी या निजी हॉस्टलों, लॉज, होटलों या स्कूलों में बनेंगे.
दूसरी तरह के केंद्र उन लोगों के लिए जिनमें कोरोना के लक्षण थोड़े ज्यादा होंगे. ये सरकारी या निजी अस्पताल में बनाने होंगे.
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तीसरी तरह की केंद्र गंभीर मामलों के लिए होंगे. इसके लिए निजी अस्पतालों का भी चयन किया जा सकता है. आईसीयू के साथ वेंटिलेटर जरूरी होगा.
केंद्र का मानना है कि इससे कोरोना के मामलों को हैंडल करना और मरीज को जरूरी इलाज मुहैया कराने में आसानी होगी.